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महाराजा अग्रसेन विवाह समिति फरीदाबाद (रजि०)

अध्यक्षीय सम्बोधन
माननीय बन्धुवर
सन 2000 से महाराजा अग्रसेन विवाह समिति फरीदाबाद (रजि०) प्रतिवर्ष सर्वजातीय परिचय सम्मेलन एवं सामूहिक विवाह आयोजित कर सामाजिक समस्याओं के समाधान खोजने के अपने संकल्पों को साकार करती आ रही है। हमारी समिति यह सब सिर्फ और सिर्फ आपके सहयोग से ही करपा रही है। हमारा यह 22वां आयोजन अदभुत भव्यता के साथ सम्पन्न होगा ऐसा हमें पूर्ण विश्वास है। इसका एकमात्र कारण यही है कि हमें सदैव ही आप सभी का भरपूर सहयोग मिला है. अगर इसी प्रकार आपका सहयोग मिलता रहा तो मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि हमारी समिति सफलता के नित नए आयाम सीपित करेगी।
बन्धुओं, हम अपने दायित्वो का निर्वहन अपनी सम्पूर्ण क्षमताओं के साथ करते रहें, यही वास्तव में सामाजिक संकल्प है। हमारा हमेशा यही प्रयास रहा है कि हम समिति के उददेश्यों को पूर्ण करने में अपना सर्वस्व एवं सर्वोत्तम करने में अपना तन-मन-धन न्यौछावर कर दें। हम कहाँ तक सफल हुए और कहाँ तक नहीं यह आपको तय करना है। हमारा मानना है कि आप प्रति वर्ष जिस प्रकार हमें सहयोग देते हैं और आयोजन प्रतिवर्ष नित नई उचाईयों को छूकर अपने ही बनाए हुए इतिहास को तोड़ते हुए आगे बढ़ रहा है वही आपका उत्तर है, यही आपका जवाब समाज को एक नई उर्जा एवं शक्ति प्रदान करता है।
मैं समिति के सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों एवं समस्त नगरवासियों के समक्ष क्षमायाचक हूँ। क्योकि विभिन्न राजनैतिक एवं सामाजिक संस्थाओं का दायित्व मेरे कन्धों पर होने के कारण मैं समिति को उतना समय नहीं दे पाता जितनी किसी संस्था के अध्यक्ष से अपेक्षा की जाती है। किन्तु हमारी समिति के सभी पदाधिकारियों, पंजीकरण सहयोगियों एवं कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने जिस निष्ठा एवं लगन से इस कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की है उससे मेरी कमी अखरते हुए भी कार्यक्रम में कोई कमी नही आई है। यह भी हमारी समिति के कार्यकर्ताओं की सामाजिक जागृति का ही जीता जागता उदाहरण है।
अंत में, मैं अपने सामाजिक एवं राजनैतिक संघर्ष के अपने संकल्प को दोहराता हुआ आपसे प्रार्थना करता हूँ कि हर प्रकार के संकोच को त्याग कर एवं समय की जरूरत को समझते हुए तथा अपने परिवार का सदस्य समझकर अपनी हर सामाजिक एवं पारिवारिक समस्या से मुझे अवगत कराएं, मैं हर सम्भव प्रयास करूंगा कि आपकी समस्या का समाचान बन सकूं एवं आपकी जिम्मेदारी को अपना नैतिक कर्तव्य मानकर समाज की सार्थक सेवा कर सकूँ। हम एक दूसरे के काम आ सकें यही हमारा लक्ष्य है, इसी विश्वास के साथ आपको सादर प्रणाम निवेदित करता हूँ।
नोट: सभी से निवेदन है कि कार्यक्रम की व्यवस्था बनाए रखने हेतु सरकार द्वारा निर्धारित की गई कोरोना गाइडलाइन्स का पालने करें। सामाजिक दूरी का ध्यान रखें। मास्क लगाकर रखें एवं सेनेटाइजर का उपयोग करें।
आपका डॉ. ब्रहमप्रकाश गोयल
9811856600
प्रधान

संरक्षक के दो शब्द
आदरणीय बन्धुओं
महाराजा अग्रसेन जी के श्रीचरणों में प्रणाम करता हुआ मे महाराजा अग्रसेन विवाह समिति फरीदाबाद (रजि०) द्वारा आयोजित सर्वजातीय परिचय सम्मेलन के अवसर पर आप सभी को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ तथा परमपिता परमात्मा से प्रार्थना करता हूँ कि जिस उददेश्य को सामने रखकर हमारी समिति ने यह परिचय सम्मेलन आयोजित किया है, वह उददेश्य हमें प्राप्त हो तथा सबको अपने विवाह योग्य बच्चों हेतु योग्य जीवनसाथी मिल सके। भाईयों, यह मेरा दृढ़ विश्वास है कि आपसी सहयोग से सभी समस्याएं बेहद आसानी से सुलझ जाती है. इसी विश्वास के कारण हम प्रतिवर्ष यह कार्यक्रम करने की हिम्मत जुटा पाते हैं तथा आप सबका सहयोग इस प्रकार मिलता है कि परिचय सम्मेलन दिन-ब-दिन प्रगति की ओर बढ़ता चला जा रहा है।
हमारे प्रधान ब्रहमप्रकाश गोयल एवं महासचिव संजीव कुमार प्रतिवर्ष 3 माह तक सड़क पर लगे हुए एक शिविर कार्यालय में बैठकर इस परिचय सम्मेलन को वह रूप प्रदान करते हैं। किंतु आप जैसे समाजसेवियों के बिना किसी भी कार्य को सफल करना सम्भव नही है। मैं पूर्ण रूप से आश्वस्त हूँ कि हमें आपका सहयोग इसी प्रकार से मिलता रहेगा और कार्यक्रम इसी प्रकार भव्यता के साथ सम्पन्न होता रहेगा।
परिचय सम्मेलन में सर्वाधिक महत्व उन प्रत्याशियो का है जो अपना पंजीकरण कराकर सम्मेलन में उपस्थित होते हैं। किन्तु देखने में यह आता है कि कई बार अजीब-अजीब से संकोच हमे पंजीकरण कराने से रोक देते हैं। मेरे विचार से आज जरूरत इस बात की है कि हम समय और पैसे के अपव्यय को रोकने के लिये हर प्रकार का संकोच त्यागकर अपने बच्चो का पंजीकरण करायें तथा कार्यक्रम में उपस्थित भी रहें। आशा है कि आप सबको मेरा यह सुझाव पसन्द आएगा तथा आप अपने विवाह योग्य बच्चों का पंजीकरण कराने मे कभी कोई संकोच नही करेंगे।
अंत में अपने सभी साथियों को, जिनकी मेहनत से वह कार्यक्रम इस धूम-धाम से सम्पन हो रहा है धन्यवाद देता हुआ मैं आपको यही विश्वास दिलाता हूँ कि हमारी समिति समाजसेवा के इस आयोजन को आपके सहयोग से सदैव करती रहेगी।
भवदीय
अनिल गुप्ता
76, सैक्टर-31, फरीदाबाद
9811127586

कोषाध्यक्ष की कलम से
सम्मानित भाईयो,
मैं महाराजा अग्रसेन विवाह समिति फरीदाबाद (रजि०) के कार्यक्रमों से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे समिति का संस्थापक सदस्य होने का गौरव प्राप्त है। पिछले परिचय सम्मेलनों में हमेशा मैने कोषाध्यक्ष की भूमिका का निर्वाह किया है। क्योंकि मेरे पिता स्व. लाला गोपी चन्द जी जिनके नाम पर गोपी कालोनी का नाम रखा गया के आदेश का अनुसरण करते हुए मेरी माता श्रीमती शकुन्तला देवी जिनका निधन 98 वर्ष की उमर में हुआ और तब तक पूरी तरह स्वस्थ व यानि अपनी दिनचर्या का काम स्वंय करती थीं ने हम 6 भाईयों और 2 बहनों को इकट्ठा बिठाकर आदेश दिया कि अगर समाज सेवा के लिए तुम्हारेतन मन धन व खून की भी जरूरत पड़ती है और इससे किसी का भी भला होता है तो पीछे मत हटना इसी परम्परा को निभाते हुए मेरे बड़े भाई स्व. लाला श्री ओमप्रकाश उर्फ (ओमकार) जब तक जिए समाज सेवा की और उसके बाद अब मुझसे जितना बन पड़ता है मैं और मेरा बेटा व मेरे पोते 12 महीने 24 घंटे समाज सेवा के लिए समर्पित है
यदि इस जिम्मेदारी का निर्वाह करते हुए यदि किसी का भला हो तो इसको मेरे माता पिता का आशीर्वाद माना जाए और यदि मुझसे जाने या अनजाने में कोई भूल या गलती हो या किसी का दिल दुखे तो इसे मेरे करमों का परिणाम समझा जाए। बाकि प्रभु की। इस। इस दौरान मुझे यही अनुभव हुआ है कि हमारे समाज मैदानदाताओं की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो सिर्फ इस बात कि जिस उददेश्य के लिये दान अपेक्षित है वह उददेश्य पवित्र एवं सामाजिक होना चाहिए। महाराजा अग्रसेन विवाह समिति, फरीदाबाद ने अपने कार्यक्रमों द्वारा जो विश्वनियता समाज में कायम की है। उसी का परिणाम है कि हमें कभी भी आर्थिक संकट का सामना नही करना पड़ा है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मैं एक बार फिर आप सभी से हाथ जोड़कर विनम्र निवेदन करता हूँ कि आप सभी हमें तन-मन व धन का भरपूर सहयोग देकर इस महान यज्ञ को आगे बढ़ाने के लिए हमें प्रेरित करें और पुण्य बड़भागी बनें।
क्यों कि 22 फरवरी 2007 को जब संस्था के प्रधान श्री ब्रह्म प्रकाश गोयल के नेतृत्व में जब हमने 5300 शादियों का कार्यभार तिरूपति तिरुमालादेव स्वानम्, आंध्र प्रदेश के द्वारा किया गया तो उसकी याद आज भी मेरे मन आत्मा में ताजा रहती है व मैं चाह कर भी उसे भुला नहीं पाता हूँ। इस अवसर पर जिन सहयोगियों एवं दानदाताओं ने हमें सहयोग दिया है उनके प्रति आभार व्यक्त करना मेरा परम कर्तव्य है। मैं हृदय की गहराईयों से उन सभी का आभार ज्ञापित करता हूँ तथा निवेदन करता हूं कि समाज के प्रति अपने सहयोगात्मक दृष्टीकोण को और विस्तारित करते हुए
सदैव समाजसेवा में संलग्न रहें ताकि सामाजिक संस्थाएं अपने उददेश्यों की पूर्ती में कोई असुविधा न महसूस करें। अंत में मैं सभी पंजीकृत प्रत्याशियों, उनके अभिभावकों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ कि सभी अभिभावक अपना मनोरव पूरा करके ही सम्मेलन से विदा लें।
कोषाध्यक्ष
मनोहर लाल सिघल
7/211ए, बराही पाड़ा, फरीदाबाद
9910925352

मुख्य संरक्षक का सम्बोधन
AGGCON EQUIPMENTS INTERNATIONAL PVT. LTD.
H.No. 1333 (L.GF). Sector-28,
Faridabad (Hr.) INDIA
9818686590
आदरणीय बन्धुओं,
महाराजा अग्रसेन विवाह समिति फरीदाबाद (रजि०) द्वारा आयोजित 22वें परिचय सम्मेलन एवं सामूहिक विवाह के संरक्षक के पद से आपको सम्बोधित करने का सुख मुझो एक बार पुनः मिला है, मैं इस आनन्दानुभुति को सिर्फ महसूस कर सकता हूँ जिसका वर्णन मेरे लिए सम्भव नहीं है। मैं तो महाराज श्री अग्रसेन जी के चरणों में यही प्रार्थना करता हूँ वे सदैव मुझे इसी प्रकार समाजसेवा के अवसर प्रदान करते रहें और मैं समाज की सेवा करता रहूँ हमारी समिति का लक्ष्य इतना पवित्र है कि उसे प्राप्त करना स्वयं में सौभाग्य का विषय है। मेरी नजर में समिति का प्रत्येक सदस्य सौभाग्यशाली है कि वह पिछले 18 वर्षों से समिति के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों में सहभागी रहा है।
यह कोई छुपा हुआ तथ्य नहीं है कि महंगाई के इस दौर में इतने बड़े कार्यक्रम आयोजित करना कितना खर्चीला कार्य है। मै इसे समिति के प्रधान श्री ब्रहम प्रकाश गोयल का त्याग और बलिदान ही मानता हूँ जो कि अपने घर-परिवार और व्यापार की परवाह किये बिना 3 महीने से ज्यादा का समय समाज के लिये निकालते हैं फिर भी हमारा पूरा प्रयास रहता है कि हम अपने खर्चों पर पूर्ण नियंत्रण बनाए रखें और आयोजन को भव्यता प्रदान करने में भी कोई कसर न रखें। हमारा प्रयास वही रहता है कि अपव्यय को टोका जाए लेकिन अगर कोई कमी हमारे द्वारा रह जाती हो तो मैं आपको आमन्त्रित करता हूँ कि हमें संकेत करें कि हम और क्या बेहतरी अपनी कार्यशैली में ला सकते हैं। हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि आपकी भावनाओं का आदर किया जाए।
वित्त व्यवस्था किसी भी संस्था हेतु इतनी नाजुक व्यवस्था होती है कि उसके जरा सा भी गड़बड़ा जाने पर बड़े जातक परिणाम सामने आते हैं किन्तु मैं गर्व के साथ कह सकता हूँ कि आपने हमारी वित्त व्यवस्था को कभी भी बड़बड़ाने नही दिया है और सदैव ही अपनी क्षमताओं से बढ़कर हमारा सहयोग किया है। इस हेतु आप सभी मेरे धन्यवाद के पात्र है।
हमारी समिति का पूरा प्रयास यह रहता है कि सम्मेलन में पंजीकृत प्रत्याशी एवं अभिभावकों को वे सभी सुविधाएं प्राप्त हो जिनकी वे हमारी समिति से आकांक्षा रखते हैं। फिरभी किसी कमी के रह जाने में उनसे व्यक्तिगत रूप से समाप्रार्थी हूँ और अन्त में प्रभु से यही प्रार्थना करता हूँ कि वे जिस तलाश में हमारी समिति से जुड़े है उनकी तलाश पूरी हो और हम स्वयं को सफल मान सकें।
आपका सेवक
बृज मोहन जिन्दल